मंदिर के बारे में
माँ बगलामुखी माता का भव्य मंदिर मध्य प्रदेश के आगर-मालवा ज़िले के नलखेड़ा में लखुंदर नदी के किनारे स्थित है। यह हिंदू धर्म और तांत्रिक साधना दोनों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्धपीठ है। यहाँ होने वाला बगलामुखी हवन विश्वप्रसिद्ध है।
मंदिर का इतिहास
माँ बगलामुखी मंदिर लगभग 5000 वर्ष पुराना है और इसका संबंध द्वापर युग से है। भगवान कृष्ण ने पांडवों को यहाँ माँ बगलामुखी की पूजा करने का निर्देश दिया था। मंदिर में तीन देवियाँ हैं - माँ बगलामुखी, महालक्ष्मी और सरस्वती - जो सभी पत्थर की पिंडी रूप में हैं। लखुंदर नदी के किनारे स्थित यह मंदिर भारत के शीर्ष सिद्ध पीठों में से एक माना जाता है।
मंदिर का समय
आरती का समय
मंगला आरती: 6:00 AM
संध्या आरती: 7:30 PM
दर्शन का समय
सुबह 6:00 से रात 9:30 तक
(नवरात्रि: सुबह 6:00 से रात 11:00 तक)
हवन का समय
7:00 AM - 11:00 PM
दक्षिणा / हवन राशि
विशेष हवन
- सामान्य सामग्री
- 21 प्रकार की औषधीय हवन सामग्री (विशेष प्रयोजन हेतु)
* नोट: औषधीयुक्त सामग्री यजमान की इच्छा अनुसार परिवर्तनशील रहती है।
कैसे पहुँचें?
रेल द्वारा
निकटतम स्टेशन उज्जैन - 98 किमी
सड़क द्वारा
उज्जैन, इंदौर, भोपाल और कोटा से आसानी से पहुँचा जा सकता है
हवाई मार्ग
इंदौर एयरपोर्ट - 156 किमी (अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी)